उप्र के अलीगढ़ में मण्डलायुक्त जी.एस. प्रियदर्शी का हुआ स्थानान्तरण।
डीएम-सीडीओ, मण्डलीय अधिकारियों व कमिश्नरी स्टाफ द्वारा मण्डलायुक्त को दी गयी भावभीनी विदाई। कुशल प्रशासनिक क्षमता के लिए सदैव याद किए जाएंगे श्री प्रियदर्शी।
17 जनवरी की प्रातः काल जब अलीगढ़ मण्डलवासी नींद से जागे तो सोशल मीडिया और समाचार पत्रों के जरिए जानकारी हुई कि सौम्य स्वभाव और सदैव हँसते मुस्कराते रहने वाले जी. एस. प्रियदर्शी, मण्डलायुक्त अलीगढ़ मण्डल अलीगढ़ का तबादला हो गया।
मण्डल में मात्र 1 साल 15 दिन के कार्यकाल को पूरा करते हुए कुशल प्रशासनिक प्रतिभा के धनी 2002 बैच के तेज तर्रार आईएएस ने इस अल्प अवधि में अपने कार्यों के बलबूते मण्डलवासियों के दिल-ओ-दिमाग पर ऐसी अमिट छाप छोड़ी है जो लंबे अरसे तक मिट नही सकेगी।
31 दिसम्बर 2019 को अजयदीप सिंह अपनी अधिवर्षता आयु पूर्ण कर सेवानिवृत्त हुए, तो सरकारी हलकों में चर्चा शुरू हुई कि अगला कमिश्नर कौन?
अटकलों और कयासों का दौर ज्यादा दिन नहीं चल सका और 2 जनवरी 2020 की शाम अपनी ईमानदारी, निष्पक्षता और दूरदर्शिता के लिए पहचाने जाने वाले 2002 बैच के आईएएस गौरी शंकर प्रियदर्शी ने सर्किट हाउस पहुँच कर मण्डलायुक्त अलीगढ़ के तौर पर कार्यभार ग्रहण किया। अभी अच्छी तरह से मण्डल की भौगोलिक स्थिति से वाकिफ भी नहीं हो सके थे कि वैश्विक महामारी कोविड-19 की चपेट में पूरा प्रदेश क्या देश आ गया। मजबूत इरादे और दृढ़ निश्चयी आईएएस ने सम्पूर्ण कोरोना संकटकाल में लगातार मण्डलीय अधिकारियों एवं प्रत्येक जनपद के जिला अधिकारियों व मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ बैठकों व वर्चुअल वार्ता कर माध्यम से अपने पैनी निगाह बनाये रखी।
शासन द्वारा जनपद कासगंज का नोडल एवं जनपद प्रभारी बनाये रखने की जिम्मेदारियों को भी बड़े अच्छे से निभाते नजर आए।
गौरी शंकर प्रियदर्शी पूरे प्रदेश में किसी पहचान के मोहताज नही हैं।
लखनऊ समेत 11 जिलों के जिलाधिकारी रह चुके प्रियदर्शी ने सचिवालय और राजस्व परिषद में भी अपनी ईमानदारी, निष्ठा, कर्मठता और पारदर्शिता का कई बार लोहा मनवाया है।
2 जनवरी 2020 को अलीगढ़ में मण्डलायुक्त के रूप में कुर्सी सम्भालते ही अपनी निष्पक्ष और पारदर्शिता पूर्ण कार्यशैली से चंद दिनों में ही मण्डलवासियों के मध्य न्याय के देवता के रूप में गहरी पैठ बना ली।
प्रियदर्शी का सदैव मानना रहा कि प्रशासनिक सेवा का उद्देश्य समाज के दबे कुचले शोषितों कमजोर वर्ग की सेवा करना, पात्रों जरूरतमंदों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाते हुए पीड़ितों को न्याय दिलाना है।
मंगलवार को कमिश्नरी सभागार में मण्डलायुक्त जी. एस. प्रियदर्शी को उनके लखनऊ स्थानांतरित होने के फलस्वरूप भावभीनी विदाई समारोह का आयोजन किया गया।
श्री प्रियदर्शी ने आर्शीवचन देते हुए कहा कि कार्य सदैव टीम भावना से ही होता है। मुझे कमिश्नरी की टीम से काफी अच्छा सहयोग मिला, पूरी टीम ने पूर्ण समर्पण भाव से सौंपे गए कार्यों, दायित्वों का निर्वहन किया जिसके परिणामस्वरूप ही मण्डल प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन कर सका। प्रशासनिक सेवा का उददेश्य ही समाज सेवा होता है और आपदा के समय जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।
अब तक के अपने पूरे कार्यकाल में अलीगढ़ डिवीजन के लोगों को वह कभी भुला नहीं पाएंगे, यहां मेरे एक वर्ष के कार्यकाल में आप सभी ने जो प्यार और सम्मान दिया उसे वह उम्र भर याद रखेंगे।
मैंने कार्यालय और कार्यालय कर्मियों कोे सदैव ही परिवार की भांति माना। मेरा सदैव ही यह मानना रहा है कि यदि कार्यालय को आप परिवार की दृष्टि से देखते हैं तो पत्रावलियों की राह आसान हो जाती है और कार्य बेहतर होता है। नगर आयुक्त प्रेम रंजन ने कहा कि स्मार्ट सिटी आॅर्गनाइजेशन की ध्वस्त व्यवस्था में दिनरात काम करके जान फूंकने का काम किया और एक ऐसा प्लेटफाॅर्म उपलब्ध कराया कि जब सभी योजनाएं मूर्त रूप लेंगी तो जी.एस. प्रियदर्शी को सदैव याद किया जाएगा।
अपर आयुक्त कंचन शरण ने कहा कि उन्होंने अपने सम्पूर्ण सेवाकाल में कार्य के लिए समर्पित ऐसा प्रशासनिक अधिकारी नहीं देखा। सिर्फ मण्डलायुक्त के अथक प्रयासों के चलते मण्डल का विभागीय लक्ष्यों के प्रदर्शन में प्रदेश में अच्छा स्थान रहा।
एडीएम वित्त विधान जायसवाल ने कहा कि उन्होंने मण्डलायुक्त से बहुत कुछ सीखते हुए उनके मार्गदर्शन में कार्य करना उनके लिए सौभाग्य की बात है उनकी नियमित माॅनिटरिंग और दिशा निर्देशन के चलते ही धान, मक्का एवं गेंहू खरीद प्रदेश में उच्च स्थान प्राप्त कर सकी।
उपनिदेशक मण्डी एन.के. मलिक ने रात्रिकाल की एक पुरानी घटना का संस्मरण सुनाते हुए कहा कि आपने उस दिन एहसास करा दिया कि आप क्विक एक्शन लेने में कितनी महारत रखते हैं।
जेडीसी अनुला वर्मा ने कहा कि आपने पूरी कमिश्नरी को टैक्नोलाॅजी का उपयोग करना सिखाया और एक अच्छे प्रोफेसर की भांति हमारा मार्गदर्शन किया।
संयुक्त निदेशक कृषि सतवीर सिंह ने कहा कि आपने सदैव ही विभागीय योजनाओं के संचालन को गति प्रदान की और अधिकारियों में आत्मविश्वास पैदा किया।
एडी हैल्थ डा0 वी.के. सिंह ने कहा कि आपने कोरोना संकटकाल में साबित कर दिखाया कि व्यक्ति 24 घण्टे भी काम कर सकता है।
बार एसोशिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि जी.एस. प्रियदर्शी सदैव अपने कर्तव्यों और कार्यों के प्रति दृढ़ संकल्पित और उत्साही रहे।
एडी बेसिक डा0 पूरन सिंह ने मण्डलायुक्त को कुशल प्रशासनिक क्षमता का धनी बताते हुए कहा कि उनकी दूरदर्शिता का कोई सानी नहीं है।
डीपीआरओ पारूल सिसौदिया ने मण्डलायुक्त के सम्मान में कुछ शेर सुनाते हुए मुजफ्फरनगर की अपनी पुरानी स्मृतियों को भी ताजा किया।
विदाई समारोह का संचालन उप निदेशक पंचायत एस.के. सिंह द्वारा किया गया।
विदाई समारोह में जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह, सीडीओ अनुनय झा, आरटीओ फरीदुद्दीन, डी.आई.जी स्टाम्प, अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी अनिल कुमार शर्मा, उप नगर आयुक्त, सहायक नगर आयुक्त जिला सूचना अधिकारी संदीप कुमार, नीलमणि सिन्हा, राजेन्द्र तिवारी, अनीश, साजिद, नीरज सक्सेना समेत सम्पूर्ण कमिश्नरी स्टाफ द्वारा मण्डलायुक्त को पुष्प गुच्छ भेंट कर माल्यार्पण कर
भावभीनी विदाई देते हुए आगामी सेवा के लिए शुभकामनाएं दी गयीं।
अलीगढ़ से ब्यूरो चीफ खलील अहमद की रिपोर्ट